लेखनी प्रतियोगिता -02-Aug-2022 नाग पंचमी का त्यौहार
रचयिता-प्रियंका भूतड़ा
शीर्षक-नाग पंचमी का त्यौहार
बड़ा ही है नाग पंचमी का महत्व स्थान,
भारत संस्कृति देश प्रधान,
समय-समय पर आता सभी जीव जंतुओं का अपना स्थान।
सावन शुक्ल पक्ष पंचमी है आज,
नाग पंचमी का आज है उल्लास,
सूरज की पहली किरण का कर रहे इंतजार,
सब मना रहे नाग पंचमी का त्यौहार।
नागों का करते पूजन ,
अंकुरित करते दलहन मूंग,
खाने मे यहीं खाते,
सागभाजी नहीं बनाते,
क्योंकि हाथ में नहीं लेते कटाक्ष,
यहीं है आज की जरूरी बात।
सर्पों को होती सुगंध प्रिय,
चंदन के वृक्षों में होता इनका आश्रय।
कोबरा सांप में होती मणि,
जो पाए इस मणि को हो जाए धनी।
सर्प खेतों के रक्षण,
जो जीव जंतु फसल को करते नष्ट,
उनका करते यह भक्षण।
सर्प की करो पूजा अर्चना कहते ज्योतिषी,
राहु केतु काल सर्प दोष से मिलेगी हमें मुक्ति।
आस्तिक मुनि ने सर्प को जलने से बचाया,
दूध की धारा से दी उन को शीतलता,
नाग पंचमी के दिन कच्चा दूध ही चढ़ाना
यही है नाग पंचमी की महत्वता।
आस्तिक मुनि ने दिया संदेश,
जो भी करेगा नाग पंचमी का पूजन,
नाग दंश का भय नहीं रहेगा कभी,
चली आ रही है प्राचीन संस्कृति।
नागों को मानती अपना भाई,
परिवार की रक्षा करती,
जो करे नाग देवता की पूजा,
घर में सुख समृद्धि बना रहता।
मोहल्ले में आता सपेरा,
चारों तरफ मत जाता हल्ला,
दौड़ दौड़ कर आते बच्चे,
सांपों का खेल दिखाता,
बच्चों को खूब हंसाता।
इस तरह नागपंचमी का है महत्व,
माना जाता नाग होते छुपे धन के रक्षक,
सभी महिला बनाती नाग पंचमी का उत्सव।
Khan
03-Aug-2022 04:58 PM
😊😊
Reply
Saba Rahman
03-Aug-2022 11:43 AM
Nice
Reply
Punam verma
03-Aug-2022 07:51 AM
Nice
Reply